चौराई का साग BHABHI RASOI

                                   

आसानी से बनाएं चौराई का साग  / aasaanee se banaen chaurai ka saag  


चौराई का सेवन भाजी व साग  के रूप में किया जाता है जो विटामिन सी से भरपूर होता है। इसमें अनेकों औषधीय गुण होते हैं, इसलिए आयुर्वेद में 


चौराई को अनेक रोगों में उपयोगी बताया गया है। सबसे बड़ा गुण सभी प्रकार के विषों का निवारण करना है, इसलिए इसे विषदन भी कहा जाता है। इसमें सोना धातु पाया जाता है जो किसी और साग-सब्जियों में नहीं पाया जाता।

                           

you tube subscriber click
 

औषधि के रूप में चौराई के पंचाग यानि पांचों अंग- जड, डंठल, पत्ते, फल, फूल काम में लाए जाते हैं। इसकी डंडियों, पत्तियों में प्रोटीन, खनिज, विटामिन ए, सी प्रचुर मात्रा में मिलते है। चौराई पेट के रोगों के लिए भी गुणकारी होती है क्योंकि इसमें रेशे, क्षार द्रव्य होते हैं जो आंतों में चिपके हुए मल को निकालकर उसे बाहर धकेलने में मदद करते हैं जिससे पेट साफ होता है, कब्ज दूर होता है, पाचन संस्थान को शक्ति मिलती है। इसकी जड़ को पीसकर चावल के माड़ (पसावन) में डालकर, शहद मिलाकर पीने से श्वेत प्रदर रोग ठीक होता है।


आज मैं आपको चौराई का साग बनाने की विधि के बारे में बताने जा रही है इसे बनाना बहुत ही आसान है जितना ही आसान बनाने में है उतना ही स्वास्थ्यवर्धक भी है इसके सेवन से कई सारी बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत ही लाभप्रद है...



चौराई का साग
आलू
प्याज
लहसुन
हरी मिर्च
पंचफोरन
हल्दी
नमक
तेल

                   
BHABHI RASOI
                  

बनाने की विधि

कढ़ाई में तेल गरम होने के लिए रख देते हैं।


अब इसमें बारीक कटा हुआ प्याज डालकर सुनहरा होने तक फ्राई करें।

अब उस में आलू डालकर 2 से 3 मिनट तक भूनें।

अब उसमें हल्दी डालकर एक मिनट तक भूनें।


अब हम उसमें नमक डालते हैं। नमक अपने स्वाद अनुसार डाले।
बीच-बीच में हम उसे चला लेते हैं।

तैयार है चौरई का साग।

सेहत से भरपूर, कम समय और कम तेल में बनने वाला स्वादिष्ट साग।

 

Comments